अच्छा होगा संवाद करो
अच्छा होगा संवाद करो….
अच्छा होगा संवाद करो
कोई न व्यर्थ विवाद करो…
जो कथन स्वयं ही सीधा हो
उसका सीधा अनुवाद करो…
करता है कोई गलत अगर
मत डरो उठो फ़रियाद करो….
काटो हर थोथे बंधन को
जनमानस को आजाद करो…
इस लूट कमीशनखोरी को
तत्पर होकर अपवाद करो…
दे सीख सदा जो नेकी का
ऐसा कोई उस्ताद करो….
आये मुखड़े पर खुशहाली
तकनीक नई ईजाद करो….
शिक्षा से ही उन्नति संभव
मन से इसको बुनियाद करो….
महरूम तरक्की से जो जन
पहले उनको आबाद करो….
लग गई जंग गर अन्तर्मन
नव चेतन विमल खराद करो….
मतलब के ख़ातिर अंधा हो
बातें ना बेबुनियाद करो….
स्वीकार नहीं होगा यह सब
रहते हो जहाँ फसाद करो…
सुन द्रोही यह तेरा भी घर
गुलशन को मत बर्बाद करो….
रहने का हक मांगो लेकिन
रहने लायक औलाद करो….
नेता जी सत्ता के ख़ातिर
जन-जन में नहीं विषाद करो….
यह धरती अमन चैन की है
अब बंद सभी बकवाद करो…..
कह रही सभी से भारत माँ
रहकर न यहाँ उन्माद करो…
बसते है देव यहाँ कण-कण
पाया जन्म धन्यवाद करो…..
डाॅ. राजेन्द्र सिंह ‘राही’
सर्वाधिक सुरक्षित
दिनांक 21-10-2020