Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2017 · 1 min read

अच्छा लगता है…

इक खामोशी
अक्सर फैल जाती है
हम दोनों में
कभी -कभी … इक दूजे में गुम होना
भी अच्छा लगता है !!

तेरा इंतजार
क्यों बन गया है
मुकद्दर मेरा
कभी -कभी … इन आँखों का छलकना
भी अच्छा लगता है !!

तू ही सपना
तू ही मंजिल
बन गये हो मेरी
कभी -कभी… भीड़ में अकेले होना
भी अच्छा लगता है !!

अंजु गुप्ता

Language: Hindi
1 Like · 429 Views

You may also like these posts

जमाना इस कदर खफा  है हमसे,
जमाना इस कदर खफा है हमसे,
Yogendra Chaturwedi
मंद बुद्धि
मंद बुद्धि
Shashi Mahajan
दायरा
दायरा
Dr.Archannaa Mishraa
कजरी
कजरी
Shailendra Aseem
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
Love yourself
Love yourself
आकांक्षा राय
गठजोड़ नही है
गठजोड़ नही है
Harinarayan Tanha
ज़रूरतों की भीड़ में
ज़रूरतों की भीड़ में
Dr fauzia Naseem shad
क्षणिका :  ऐश ट्रे
क्षणिका : ऐश ट्रे
sushil sarna
2600.पूर्णिका
2600.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Imagine you're busy with your study and work but someone wai
Imagine you're busy with your study and work but someone wai
पूर्वार्थ
*साइकिल (बाल कविता)*
*साइकिल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वक्त
वक्त
DrAmit Sharma 'Snehi'
बचकानी बातें करने वाले बुज़ुर्गों की इमेज उन छोरों ज
बचकानी बातें करने वाले बुज़ुर्गों की इमेज उन छोरों ज
*प्रणय*
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Mamta Singh Devaa
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
Sanjay ' शून्य'
*अनमोल वचन*
*अनमोल वचन*
नेताम आर सी
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
इश्क़ का दामन थामें
इश्क़ का दामन थामें
Surinder blackpen
सच्ची मोहब्बत न सरहद को देखती है न मजहब को न ही जाति,वर्ग और
सच्ची मोहब्बत न सरहद को देखती है न मजहब को न ही जाति,वर्ग और
Rj Anand Prajapati
मिलता है...
मिलता है...
ओंकार मिश्र
गुरु अमरदास के रुमाल का कमाल
गुरु अमरदास के रुमाल का कमाल
कवि रमेशराज
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
एक हिम्मत, एक उम्मीद जगानी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
शेखर सिंह
रिश्ता
रिश्ता
अखिलेश 'अखिल'
उफ़ ये कैसा असर दिल पे सरकार का
उफ़ ये कैसा असर दिल पे सरकार का
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
"इंसानियत"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यासे को पानी ....
प्यासे को पानी ....
sushil yadav
अगर चला गया इस दुनिया से याद में मेरी रोना ना
अगर चला गया इस दुनिया से याद में मेरी रोना ना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...