अच्छा लगता है
प्रियवर पास तुम्हारा आना,अच्छा लगता है।
आगे बढ़कर गले लगाना, अच्छा लगता है।
जगते उर के कलरव सोये,धड़कन बढ़ जाती-
ऐसे में मेरा इतराना, अच्छा लगता है ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
प्रियवर पास तुम्हारा आना,अच्छा लगता है।
आगे बढ़कर गले लगाना, अच्छा लगता है।
जगते उर के कलरव सोये,धड़कन बढ़ जाती-
ऐसे में मेरा इतराना, अच्छा लगता है ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली