” अच्छा लगता है “
किसी की गलती को मुस्कुरा कर माफ़ करना ,
हर रात सारी गीले सिकवे भुलाकर सोना ,
अच्छा लगता है ।
बच्चे के दनतुरी मुस्कान को देखना ,
देखते ही सारे दुःख – दर्द भुला जाना ,
अच्छा लगता है ।
हमेशा दूध को देख कर नाक सुकडाना ,
लेकिन खीर पर लार टपकाना ,
अच्छा लगता है ।
बस स्टैंड पर पल भर के लिए बस का इंतजार करना ,
बस का आना निश्चित है फिर भी गर्दन लंबी निकाल कर देखना ,
अच्छा लगता है ।
भाग्य से ज्यादा और समय से पहले कुछ नहीं मिलता जानते हुए भी ,
बार बार प्रयास किए जाना ,
अच्छा लगता है ।
भोजन पकने पर हमें खाना है ये जानते हुए भी ,
भोजन को पकते देख भूख को और बढ़ाना ,
अच्छा लगता है ।
ज्ञान , सम्मान और सफलता मिलने के बाद भी ,
अपने गुरु के सामने वही लड़खड़ाती जबान में बात करना ,
अच्छा लगता है ।
अपने आप से ही रूठ कर ,
खुद को ही मनाना ,
अच्छा लगता है ।
बिना किसी स्वार्थ प्यार जताना ,
बिना हिसाब के प्यार लुटाना ,
अच्छा लगता है ।
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️