Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

अच्छा लगता है

इन थके हुए हाथों में
जब तेरी नन्ही उँगलियाँ पक़डू
तो मुझे अच्छा लगता है

दुखों से घिरी मैं
जब तेरी प्यारी सी मुस्कान देखु
तो अच्छा लगता है

जब खामोशी से भरी इस ज़िंदगी में
तेरी मीठी सी आवाज़ सुनु
तो अच्छा लगता है

जब तुझे गोद में लेकर
दो पाल सुकून से बैठु
तो मुझे अच्छा लगता है

अच्छा लगता है तेरा माँ कहना मुझे
अच्छा लगता है

1 Like · 82 Views
Books from Ayushi Verma
View all

You may also like these posts

माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
एक बात हमेशा याद रखिए जब किसी की ग़लती करने पर गुस्सा आये तो
एक बात हमेशा याद रखिए जब किसी की ग़लती करने पर गुस्सा आये तो
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
प्रसव की प्रतीक्षा
प्रसव की प्रतीक्षा
Akash Agam
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
3383⚘ *पूर्णिका* ⚘
3383⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
नर्क भोगने के लिए पाप करना ही जरूरी नहीं हैं, अगर आप एक शिक्
नर्क भोगने के लिए पाप करना ही जरूरी नहीं हैं, अगर आप एक शिक्
पूर्वार्थ
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
शुभ रात्रि मित्रों.. ग़ज़ल के तीन शेर
आर.एस. 'प्रीतम'
मजहब
मजहब
ओनिका सेतिया 'अनु '
किसी से भी कोई मतलब नहीं ना कोई वास्ता…….
किसी से भी कोई मतलब नहीं ना कोई वास्ता…….
shabina. Naaz
" विश्व शांति "
DrLakshman Jha Parimal
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
*मर्यादा पुरूषोत्तम राम*
Shashi kala vyas
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
Neerja Sharma
रूह की चाहत🙏
रूह की चाहत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
बस जला दिया जाता है मोहब्बत में दिल को भी,
बस जला दिया जाता है मोहब्बत में दिल को भी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं हिन्दी हूं।
मैं हिन्दी हूं।
Acharya Rama Nand Mandal
मोर सोन चिरैया
मोर सोन चिरैया
Dushyant Kumar Patel
फूलों की बात हमारे,
फूलों की बात हमारे,
Neeraj Agarwal
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
दो लॉयर अति वीर
दो लॉयर अति वीर
AJAY AMITABH SUMAN
मेरा दिन भी आएगा !
मेरा दिन भी आएगा !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
@@ पंजाब मेरा @@
@@ पंजाब मेरा @@
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हर एक अवसर से मंजर निकाल लेता है...
हर एक अवसर से मंजर निकाल लेता है...
डॉ. दीपक बवेजा
ओ! महानगर
ओ! महानगर
Punam Pande
साल ये अतीत के,,,,
साल ये अतीत के,,,,
Shweta Soni
परिवार होना चाहिए
परिवार होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*मृत्यु एक जीवन का क्रम है, साधारण घटना है (मुक्तक)*
*मृत्यु एक जीवन का क्रम है, साधारण घटना है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
हुलिये के तारीफ़ात से क्या फ़ायदा ?
ओसमणी साहू 'ओश'
शानदार सड़क भोजन
शानदार सड़क भोजन
Otteri Selvakumar
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
Loading...