अच्छा नही लगता
वो मुस्कुराना तेरा,
दिल को धड़काना तेरा,
वो नाराज़ हो करके
दिल को तड़पाना तेरा,
अच्छा लगता है,
पास आना तेरा।
यादों में बार बार आना तेरा,
साँसों में समा जाना तेरा,
और आँखों को बन्द करके,
यूँ शर्माना तेरा,
अच्छा लगता हैै
मुझे महकाना तेरा।
सीने के दर्द को जगाना तेरा,
बेचैनी को बढ़ाना तेरा,
दूर हो करके,
बार बार ख़्वाबों में आना तेरा,
अच्छा लगता है
महसूस होना तेरा।
मगर सावन में पतझड़ बन जाना तेरा,
दूर होकर मेरी नज़्मों में आना तेरा,
यादों में आ करके,
तन्हाई का दर्द जगाना तेरा,
अच्छा नही लगता
दिवाना बना कर छोड़ जाना तेरा।