Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2019 · 1 min read

अग्रसेन महाराज।

द्वापर युग में ही हुये, अग्रसेन अवतार
हमको अग्र समाज का ,दिया नया संसार
दिया नया संसार, अठारह गोत्र बनाये
इक रुपया इक ईंट, चलन उसमें चलवाये
किया ‘अर्चना’ राज, अहिंसा का पालन कर
थे राजा भगवान, समय भी था वो द्वापर

05-10-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

3 Likes · 1 Comment · 463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
सत्य कुमार प्रेमी
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
Dr Archana Gupta
23/01.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/01.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जीवन के इस लंबे सफर में आशा आस्था अटूट विश्वास बनाए रखिए,उम्
जीवन के इस लंबे सफर में आशा आस्था अटूट विश्वास बनाए रखिए,उम्
Shashi kala vyas
अगर आपके पैकेट में पैसा हो तो दोस्ती और रिश्तेदारी ये दोनों
अगर आपके पैकेट में पैसा हो तो दोस्ती और रिश्तेदारी ये दोनों
Dr. Man Mohan Krishna
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
संवेदना(फूल)
संवेदना(फूल)
Dr. Vaishali Verma
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
शेर
शेर
SHAMA PARVEEN
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
मार मुदई के रे
मार मुदई के रे
जय लगन कुमार हैप्पी
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
विमला महरिया मौज
आत्मीय मुलाकात -
आत्मीय मुलाकात -
Seema gupta,Alwar
"नेवला की सोच"
Dr. Kishan tandon kranti
संकल्प
संकल्प
Naushaba Suriya
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हिसका (छोटी कहानी) / मुसाफ़िर बैठा
हिसका (छोटी कहानी) / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
Shekhar Chandra Mitra
बेटी बेटा कह रहे, पापा दो वरदान( कुंडलिया )
बेटी बेटा कह रहे, पापा दो वरदान( कुंडलिया )
Ravi Prakash
कामयाबी
कामयाबी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
पूर्वार्थ
// तुम सदा खुश रहो //
// तुम सदा खुश रहो //
Shivkumar barman
प्रेम
प्रेम
Bodhisatva kastooriya
गिरगिट को भी अब मात
गिरगिट को भी अब मात
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
लोकतंत्र का खेल
लोकतंत्र का खेल
Anil chobisa
भारत हमारा
भारत हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जल
जल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
manjula chauhan
Loading...