Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2024 · 1 min read

अग्नि कन्या बीना दास

जब भी राजनीति के दुर्भाग्य का जिक्र किया जाएगा
महान महिला क्रांतिकारियों को भुला दिया जाएगा

बनी हजारों चलचित्र संगीत संग चरित्र श्रंखलाएं
नहीं मिलती इन चिंगारियों की जलती हुई चिताएं
हो गईं निसार बिन सिंगार के मातृभूमि पर वीर कन्याएं
नहीं जलाई कभी किसी ने मशाल ये भी थी वीरांगनाएं
आओ करें नमन आज साहित्य अर्पण की पहल को
दी है जगह किस्सों में अमर ज्योति इनकी भी जलाएं

भर जाती है आँख मेरी अक्सर ये सोचकर
जो मर गए देश के लिए हर खुशी छोड़कर
दिया क्या हमने उन्हें ऐ सफेद पोश डाकुओ
तुमने कभी सोचा ही नहीं कुर्सी को छोड़कर

कहते जिसे हैं अग्नि कन्या लाई हूँ वो किस्सा
रोता है आसमां कैसे गुजरा आजाद भारत का हिस्सा
C. A .A. की सार्थकता चटगाँव अग्नि कन्या किस्सा
मिला सम्मान तो छोड़ो रुला दिया अन्येष्टि का हिस्सा
जागो अब देशवासियों गूगल बाबा कहते हैं
कुछ तो करो जतन बने ये जीवन का हिस्सा

हे बीना दास तेरी दशा का कौन जिम्मेदार है
ये मिटटी ये समाज ये राष्ट्र तेरा कर्जदार है
सर्वस्व जिसने वार दिया स्वतंत्रता की वलिवेदी पर
उसका ही शव क्षत विक्षत मिला मार्ग किनारे ढेरी पर
आह ये विडम्बना कैसी कहो पद लोलुपता के खेती पर
तुमको नमन हे अग्नि कन्या छात्री संघ की रण भेरी पर

Language: Hindi
2 Likes · 24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr.Pratibha Prakash
View all
You may also like:
लोग कहते हैं खास ,क्या बुढों में भी जवानी होता है।
लोग कहते हैं खास ,क्या बुढों में भी जवानी होता है।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*जिस सभा में जाति पलती, उस सभा को छोड़ दो (मुक्तक)*
*जिस सभा में जाति पलती, उस सभा को छोड़ दो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
#शीर्षक-प्यार का शक्ल
#शीर्षक-प्यार का शक्ल
Pratibha Pandey
Forever
Forever
Vedha Singh
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
कविता -दो जून
कविता -दो जून
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
धर्म बनाम धर्मान्ध
धर्म बनाम धर्मान्ध
Ramswaroop Dinkar
*जय सियाराम राम राम राम...*
*जय सियाराम राम राम राम...*
Harminder Kaur
बीता हुआ कल वापस नहीं आता
बीता हुआ कल वापस नहीं आता
Anamika Tiwari 'annpurna '
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
आर.एस. 'प्रीतम'
चिन्तन का आकाश
चिन्तन का आकाश
Dr. Kishan tandon kranti
#सामयिक_कविता:-
#सामयिक_कविता:-
*प्रणय प्रभात*
मौन धृतराष्ट्र बन कर खड़े हो
मौन धृतराष्ट्र बन कर खड़े हो
DrLakshman Jha Parimal
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हिंदी मेरी माँ
हिंदी मेरी माँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
!! उमंग !!
!! उमंग !!
Akash Yadav
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
सुनीलानंद महंत
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
Salman Surya
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
शोभा कुमारी
सुनो सखी !
सुनो सखी !
Manju sagar
बिटिया और धरती
बिटिया और धरती
Surinder blackpen
सावन में संदेश
सावन में संदेश
Er.Navaneet R Shandily
हम पर एहसान
हम पर एहसान
Dr fauzia Naseem shad
जल का अपव्यय मत करो
जल का अपव्यय मत करो
Kumud Srivastava
मेरे नयनों में जल है।
मेरे नयनों में जल है।
Kumar Kalhans
भालू,बंदर,घोड़ा,तोता,रोने वाली गुड़िया
भालू,बंदर,घोड़ा,तोता,रोने वाली गुड़िया
Shweta Soni
2747. *पूर्णिका*
2747. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
ओनिका सेतिया 'अनु '
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
Keshav kishor Kumar
Loading...