Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2017 · 1 min read

अगर तुमने की बेवफाई न होती

अगर श्याम बंसी बजाई न होती
तो राधा ने सुध बुध गँवाई न होती
????????
मिली माँ की जो रहनुमाई न होती
मेरी जिन्दगी मुस्कुराई न होती
?????????
ये जल्वागरी भी नुमाई न होती
जो रुख़ से ये जुल्फें हटाई न होती
??????????
रचाते न मधुबन में वो रास लीला,
जो राधा से गर आशनाई न ????????
सिखाते न तुम जो अदब की ये बातें
ग़ज़ल छंद दोहा रुबाई न होती
?????????

बचाते न जाकर वो गज को कन्हैया
अगर टेर दिल से लगाई न होती
?????????
धरा पर मसीहा वो बनकर न आते
घटा पाप की जो ये छाई न होती
?????????
ग़मे हिज़्र में न जलते शबो-दिन
अगर तुमने की बेवफ़ाई न होती
?????????
मेरी तिश्नगी फिर न मिटती जो तुमने
हमें जामे उल्फ़त पिलाई न होती
?????????
गले मौत को हम लगाते न “प्रीतम”
मेरे सामने गिड़गिड़ाई न होती
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)

538 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
shabina. Naaz
भला कैसे सुनाऊं परेशानी मेरी
भला कैसे सुनाऊं परेशानी मेरी
Keshav kishor Kumar
पुराने पन्नों पे, क़लम से
पुराने पन्नों पे, क़लम से
The_dk_poetry
"दुःख-सुख"
Dr. Kishan tandon kranti
गैर का होकर जिया
गैर का होकर जिया
Dr. Sunita Singh
परिंदों का भी आशियां ले लिया...
परिंदों का भी आशियां ले लिया...
Shweta Soni
संवेदनहीनता
संवेदनहीनता
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
rekha mohan
बट विपट पीपल की छांव 🐒🦒🐿️🦫
बट विपट पीपल की छांव 🐒🦒🐿️🦫
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
Rj Anand Prajapati
सत्य
सत्य
Dinesh Kumar Gangwar
सफ़र जिंदगी के.....!
सफ़र जिंदगी के.....!
VEDANTA PATEL
■ ग़ज़ल (वीक एंड स्पेशल) -
■ ग़ज़ल (वीक एंड स्पेशल) -
*प्रणय प्रभात*
अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
एतबार
एतबार
Davina Amar Thakral
"चालाक आदमी की दास्तान"
Pushpraj Anant
खता कीजिए
खता कीजिए
surenderpal vaidya
ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है
ग़ज़ल/नज़्म - ये प्यार-व्यार का तो बस एक बहाना है
अनिल कुमार
जिंदगी को रोशन करने के लिए
जिंदगी को रोशन करने के लिए
Ragini Kumari
समझदारी शांति से झलकती हैं, और बेवकूफ़ी अशांति से !!
समझदारी शांति से झलकती हैं, और बेवकूफ़ी अशांति से !!
Lokesh Sharma
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
शेखर सिंह
ओ दूर के मुसाफ़िर....
ओ दूर के मुसाफ़िर....
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
Manisha Manjari
चन्दा लिए हुए नहीं,
चन्दा लिए हुए नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
संस्कार
संस्कार
Rituraj shivem verma
"इश्क़ किसे कहते है?"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
मज़दूर दिवस
मज़दूर दिवस
Shekhar Chandra Mitra
*आया पूरब से अरुण ,पिघला जैसे स्वर्ण (कुंडलिया)*
*आया पूरब से अरुण ,पिघला जैसे स्वर्ण (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मैं अकेली हूँ...
मैं अकेली हूँ...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...