अखंड भारत
अखंड भारत
अखंड भारत, जहां एकता की झलक है,
यहां धर्म, जाति नहीं, सबका सम्मान है।
यहां गंगा जल सुदृढ़ है, शांति का पर्याय,
यहां समरसता विचारों का, हर दिल में विराजमान है।
यहां साधु-संत संगति, अद्भुत मंत्रमुग्ध है,
यहां ज्ञान की भूमि, शिक्षा का आदर्श है।
यहां भारतीय संस्कृति, अपार धन है,
यहां भाषा-भाषा में एकता, राष्ट्रीयता की शान है।
यहां अखंडता की भावना, हर जीव में बसी है,
यहां सबका प्यार, सबका सहयोग, देशभक्ति की ज्योति है
अखंड भारत, जहां सदा सुर्य की किरण है,
यहां शांति, सुख, और समृद्धि, सबको दिखाने का आदेश है।
यहां सबका संयोग, सबका विकास, सपनों की पहली उड़ान है,
अखंड भारत मेरा महान है
कार्तिक नितिन शर्मा