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3 Dec 2024 · 1 min read

अक्सर ज़रूरतें हमें एक – दूसरे के पास लाती है।

अक्सर ज़रूरतें हमें एक – दूसरे के पास लाती है।
ज़रूरत ना रह जाए तो रिश्तों में खटास आती है।

…. अजित कर्ण ✍️

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