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22 Apr 2023 · 1 min read

अक्षय तृतीया ( आखा तीज )

अक्षय तृतीया ( आखा तीज )

फल भी वैसा ही मिले, डालो जैसा बीज।
अक्षय फल हर कर्म का, देती आखा तीज।।

ईश्वर का प्रतिरूप है, आखा तीज अमूर्त।
काम सभी निर्विघ्न हों, सोचें नहीं मुहूर्त।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
3 Likes · 441 Views
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