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8 Feb 2022 · 1 min read

अंधेरे की चीख़

अक्सर जब अकेला अंधेरा..
कसमसा कर चीख पड़ता है..
तब चौंक पड़ती हैं ऑंखों की पुतलियाॅं
फिर अनिवार्य रूप से सक्रिय हो उठते हैं
अंर्तभाव!
और उलझ पड़ते हैं शब्दों से
धीरे-धीरे!

स्वरचित
रश्मि लहर

Language: Hindi
1 Like · 326 Views
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