Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2019 · 1 min read

अंधभक्ति और उसका कहर

भक्त अपने भगवान के बारे में अलग अलग समय पर विभिन्न मुद्राओं विभिन्न स्थानों पर विभिन्न कल्पनायें करता है..वह कभी उसे आसमां में निहारते है..तो कभी पाताल.. भूत भविष्य में..कभी जीवों में देखता है. कभी पत्थर में ..अलग नामों से खोजता है..समस्त प्रकृति एवम् अस्तित्व में खोजने के बाद थोड़ा ठहरता है तत्पश्चात थोड़ा खुद को टटोलता है.
भगवान तो नहीं मिलता.
थोड़ा सुकून मिलता है.
थोडे जागरण की स्थिति में ..
वह पहली बार सोच पाता है..
देख पाता है उन चीज़ों को..
जो निसर्ग को जान लेता है..
वह परमात्मा के प्रवाह में धारा में सामंजस्य स्थापित कर लेता है…
अध्यात्म की ओर…
आपकी चेतना, ध्यान, विवेक, धैर्य, चाहत,जुनून आपके मार्ग तय करते है.
डॉ महेन्द्र सिंह हंस

Language: Hindi
Tag: लेख
4 Likes · 3 Comments · 330 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all

You may also like these posts

हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
SHAMA PARVEEN
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
अरशद रसूल बदायूंनी
3729.💐 *पूर्णिका* 💐
3729.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *
* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
Perfection, a word which cannot be described within the boun
Perfection, a word which cannot be described within the boun
Chaahat
इ सभ संसार दे
इ सभ संसार दे
श्रीहर्ष आचार्य
अहिल्या
अहिल्या
अनूप अम्बर
तन्हाई ही इंसान का सच्चा साथी है,
तन्हाई ही इंसान का सच्चा साथी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपना कोई नहीं है इस संसार में....
अपना कोई नहीं है इस संसार में....
Jyoti Roshni
संवेदना क्या है?
संवेदना क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ज़मीर
ज़मीर
Shyam Sundar Subramanian
*सैनिक (सिंह विलोकित घनाक्षरी छंद)*
*सैनिक (सिंह विलोकित घनाक्षरी छंद)*
Ravi Prakash
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
Manju sagar
एक राखी बाँधना स्वयं की कलाई में
एक राखी बाँधना स्वयं की कलाई में
Saraswati Bajpai
ये मद मस्तियाँ अब जाने भी दे जरा
ये मद मस्तियाँ अब जाने भी दे जरा
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
गीत- हमें मालूम है जीना...
गीत- हमें मालूम है जीना...
आर.एस. 'प्रीतम'
शूद्र नहीं, हम शुद्ध हैं
शूद्र नहीं, हम शुद्ध हैं
Shekhar Chandra Mitra
जल की कीमत
जल की कीमत
D.N. Jha
जीवन को पैगाम समझना पड़ता है
जीवन को पैगाम समझना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
Life
Life
Dr Archana Gupta
किसी और को लाइक और फॉलो करने से
किसी और को लाइक और फॉलो करने से
Dr fauzia Naseem shad
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
लागेला धान आई ना घरे
लागेला धान आई ना घरे
आकाश महेशपुरी
इश्क
इश्क
Neeraj Mishra " नीर "
आशिर्वाद
आशिर्वाद
Kanchan Alok Malu
औचक निरीक्षण
औचक निरीक्षण
Paras Nath Jha
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
आध्यात्मिक जीवन का अर्थ है कि हम अपने शरीर विचार भावना से पर
आध्यात्मिक जीवन का अर्थ है कि हम अपने शरीर विचार भावना से पर
Ravikesh Jha
शीर्षक – रेल्वे फाटक
शीर्षक – रेल्वे फाटक
Sonam Puneet Dubey
Loading...