Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2023 · 1 min read

चंद्रयान-3

जो भी चाहा वह हो गया हमसे
रास्ता खुद ही आ मिला हमसे
यूं ही गुरु विश्व के नहीं है हम
स्वागतम, चाँद ने कहा हमसे
© अरशद रसूल

Language: Hindi
1 Like · 70 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
हिमांशु Kulshrestha
वक्त
वक्त
लक्ष्मी सिंह
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
अश्क चिरैयाकोटी
बातों का तो मत पूछो
बातों का तो मत पूछो
Rashmi Ranjan
Prastya...💐
Prastya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
■ जय हो।
■ जय हो।
*Author प्रणय प्रभात*
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रुख़्सत
रुख़्सत
Shyam Sundar Subramanian
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
*फिर से जागे अग्रसेन का, अग्रोहा का सपना (मुक्तक)*
*फिर से जागे अग्रसेन का, अग्रोहा का सपना (मुक्तक)*
Ravi Prakash
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
प्यार इस कदर है तुमसे बतायें कैसें।
Yogendra Chaturwedi
"शत्रुता"
Dr. Kishan tandon kranti
कौन सोचता....
कौन सोचता....
डॉ.सीमा अग्रवाल
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
कवि दीपक बवेजा
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गम हमें होगा बहुत
गम हमें होगा बहुत
VINOD CHAUHAN
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
दलितों, वंचितों की मुक्ति का आह्वान करती हैं अजय यतीश की कविताएँ/ आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
कांटों में क्यूं पनाह दी
कांटों में क्यूं पनाह दी
Surinder blackpen
अरर मरर के झोपरा / MUSAFIR BAITHA
अरर मरर के झोपरा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
घर के राजदुलारे युवा।
घर के राजदुलारे युवा।
Kuldeep mishra (KD)
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
Rj Anand Prajapati
जब दिल ही उससे जा लगा..!
जब दिल ही उससे जा लगा..!
SPK Sachin Lodhi
निज धर्म सदा चलते रहना
निज धर्म सदा चलते रहना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सब पर सब भारी ✍️
सब पर सब भारी ✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"दोस्ती क्या है?"
Pushpraj Anant
कर्मों से ही होती है पहचान इंसान की,
कर्मों से ही होती है पहचान इंसान की,
शेखर सिंह
पद्मावती पिक्चर के बहाने
पद्मावती पिक्चर के बहाने
Manju Singh
Loading...