अंदाज शायराना
******* अंदाज शायराना ******
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अंदाज होना चाहिए शायराना,
मिजाज होना चाहिए आशिकाना।
महफ़िल सनम बिन है अधूरी सी,
आगाज़ होना चाहिए सूफियाना।
आवाम की परवाह कोई न करता,
अंजाम होना चाहिए क़ातिलाना।
बेरंग से होती कभी भी न हलचल,
रंगदार होना चाहिए शामियाना।
ये बात मनसीरत सभो को बताये,
लाजवाब होना चाहिए आशियाना।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)