अंदर की ताकत
अंदर की ताकत
अक्सर छुपी होती है
हम सबमें,
और बात बात पर
वो बाहर निकलती भी नहीं ,
वो तब नही
नजर आती
सब साथ कोई
सहारा देने खडा़ होता है ,
और तब भी नही
जब सब कुछ
अनुकूल होता है।
ये अंदर की ताकत
जिसे हम हौसला कहते हैं
तब नजर आता है,
जब कोई न खडा हो साथ,
और सब कुछ प्रतिकूल होता है
यही वो समय होता
जब इंसान के अंदर से
होता है
एक नए इंसान का
अभ्युदय ।
कोई माउंटेन मैन बन जाता है
और कोई पान सिंह तोमर ।
यूं ही नही बनती
हिम्मत हौसला जुनून की कहानी