अंत समय
जीवन के चंद सांस की घड़ियों में आखिरी घड़ी में कुछ ऐसा काम करो कि रिश्ते नाते छोड़ कर मोह माया को त्याग कर ईश्वर का नाम लेकर के मरो।
हाड मास के पुतले के लिए धोखा खाकर यूं ही ना मरो वरना अगर तुम्हें प्रिय है तो ईश्वर से प्रेम करके उनका गुणगान गा करके मरो।
जीवन में ईश्वर की भक्ति हमेशा करो अंत समय में ईश्वर की गोद में मारो।
अंत समय हमारा किसी भी रूप में मौत बनकर आ सकता है अंत समय परीक्षा की घड़ी होती है बस उस समय डगमगाना नहीं बस अपने ईश्वर का गुणगान करना।
अंत समय में जिसने लिया ईश्वर का नाम वह हुआ भवसागर से पार जिसने नहीं लिया वह जिसने नहीं लिया प्रभु का नाम वह गया 84लाख योनियों के उस पार।
यह उन लोगों के लिए है जो करते नहीं गुणगान ईश्वर का अंत समय बड़ा बलवान है चाहे कोई पापी ही क्यों ना गुणगान करें वह भवसागर से भी उस पार है भवसागर से भी उस पार है।
✍️वंदना ठाकुर, ✍️