अंतर बहुत है
कल्पना में,सत्य में अंतर बहुत है
मंच में,नेपथ्य में अंतर बहुत है
चाह किसकी हो सकी पूरी यहाँ पर
भावना में,तथ्य में अंतर बहुत है।
कल्पना में,सत्य में अंतर बहुत है
मंच में,नेपथ्य में अंतर बहुत है
चाह किसकी हो सकी पूरी यहाँ पर
भावना में,तथ्य में अंतर बहुत है।