Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2018 · 1 min read

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस और भारत संयोग योग.

मैं आज नारी जगत का अभिवंदन अभिनंदन करता हूँ

आज “अंतर्राष्ट्रीय नारी दिवस” पर हर माँ के चरणों में झुका शीश नमन करता हूँ ।

हर कृत्य हों माँ तुझको अर्पित
तेरे चरणों में
ये दास महेंद्र
कृतज्ञता से सम्मान हर रुप का करता है ।

अर्ध रुप नारेश्वर पाकर माँ तेरा महेंद्र धन्य हुआ.
पहचान सके जो ये महेंद्र
वही इस संसार में मुक्त हुआ ।

संसार गर उर्जा है चेतन है.
प्रवाह सहज सतत निर्विरोध हुआ.
बाधक ज्यादा है साधक अति-अल्प हैं .
जो जान गये महेंद्र वो ज्ञानी है ।
वरन् क्यों अपना ही अपमान करे ।

समस्त नारी जगत को “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस” पर बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं !!!

डॉ महेंद्र

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 303 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
अफसोस मुझको भी बदलना पड़ा जमाने के साथ
gurudeenverma198
होलिका दहन
होलिका दहन
Buddha Prakash
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
Ranjeet kumar patre
न जाने क्यों ... ... ???
न जाने क्यों ... ... ???
Kanchan Khanna
बोर्ड परीक्षाऍं बनीं, ज्यों जी का जंजाल
बोर्ड परीक्षाऍं बनीं, ज्यों जी का जंजाल
Ravi Prakash
धरती के भगवान
धरती के भगवान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
गीत
गीत
Pankaj Bindas
"रिश्ते की बुनियाद"
Dr. Kishan tandon kranti
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
मां कुष्मांडा
मां कुष्मांडा
Mukesh Kumar Sonkar
बिडम्बना
बिडम्बना
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
फूल खुशबू देते है _
फूल खुशबू देते है _
Rajesh vyas
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
*** आकांक्षा : आसमान की उड़ान..! ***
VEDANTA PATEL
अरमान गिर पड़े थे राहों में
अरमान गिर पड़े थे राहों में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
गुरुजन को अर्पण
गुरुजन को अर्पण
Rajni kapoor
ज़िंदगी की अहमियत
ज़िंदगी की अहमियत
Dr fauzia Naseem shad
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
Kailash singh
#DrArunKumarshastri
#DrArunKumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आत्म  चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
आत्म चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
I want to tell you something–
I want to tell you something–
पूर्वार्थ
ये जो तेरे बिना भी, तुझसे इश्क़ करने की आदत है।
ये जो तेरे बिना भी, तुझसे इश्क़ करने की आदत है।
Manisha Manjari
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
2740. *पूर्णिका*
2740. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष कविता:-
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष कविता:-
*Author प्रणय प्रभात*
पारिजात छंद
पारिजात छंद
Neelam Sharma
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
सुख के क्षणों में हम दिल खोलकर हँस लेते हैं, लोगों से जी भरक
सुख के क्षणों में हम दिल खोलकर हँस लेते हैं, लोगों से जी भरक
ruby kumari
Loading...