अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस और भारत संयोग योग.
मैं आज नारी जगत का अभिवंदन अभिनंदन करता हूँ
आज “अंतर्राष्ट्रीय नारी दिवस” पर हर माँ के चरणों में झुका शीश नमन करता हूँ ।
हर कृत्य हों माँ तुझको अर्पित
तेरे चरणों में
ये दास महेंद्र
कृतज्ञता से सम्मान हर रुप का करता है ।
अर्ध रुप नारेश्वर पाकर माँ तेरा महेंद्र धन्य हुआ.
पहचान सके जो ये महेंद्र
वही इस संसार में मुक्त हुआ ।
संसार गर उर्जा है चेतन है.
प्रवाह सहज सतत निर्विरोध हुआ.
बाधक ज्यादा है साधक अति-अल्प हैं .
जो जान गये महेंद्र वो ज्ञानी है ।
वरन् क्यों अपना ही अपमान करे ।
समस्त नारी जगत को “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस” पर बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं !!!
डॉ महेंद्र