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26 Jun 2024 · 1 min read

अँधेरा

अँधेरा
अपना होता है
जहां
मुखरित होता है
स्वयं से
स्वयं का अस्तित्व
और अंकुरित होता है
एक विश्वास
सवेरे का
अन्धकार के गर्भ से

सुशील सरना

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