Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2022 · 1 min read

غزل – دینے والے نے ہمیں درد بھائی کم نہ دیا

جس نے بھی زخم دیا اس نے مرہم نہ دیا
دینے والے نے ہمیں درد بھی کم نہ دیا

میرے دکھ درد کو جو دل سے محسوس کرے
میری قسمت نے مجھے ایسا ہمدم نہ دیا

میرے حالات پہ خودتم بھی روۓ ہو بہت
کیسے کہہ دوں کہ مجھے تم نے بھی غم نہ دیا

مجھ کو افسوس یہی مجھ کو ہے درد سہی
جس نے بھی ہجر دیا اس نے سنگم نہ دیا

درد و غم لاکھ سھے میں نے دنیاں میں مگر
دست ظالم میں کبھی میں نے پرچم نہ دیا

شو کمار بلگرامی۔

Language: Urdu
Tag: غزل
1 Like · 349 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बिटिया
बिटिया
Mukta Rashmi
दृढ़ निश्चय
दृढ़ निश्चय
विजय कुमार अग्रवाल
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Effort € Strengths
Effort € Strengths
Ashish Kumar chaubey
जागरूकता
जागरूकता
Neeraj Agarwal
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
मेरे हाथों से छूट गई वो नाजुक सी डोर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
महाकाल भोले भंडारी|
महाकाल भोले भंडारी|
Vedha Singh
जिंदगी
जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
राम नाम  हिय राख के, लायें मन विश्वास।
राम नाम हिय राख के, लायें मन विश्वास।
Vijay kumar Pandey
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
Krishan Singh
अलग-थलग रहना तो उल्लुओं व चमगादड़ों तक को पसंद नहीं। ये राजरो
अलग-थलग रहना तो उल्लुओं व चमगादड़ों तक को पसंद नहीं। ये राजरो
*प्रणय*
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
अपनी भूल स्वीकार करें वो
अपनी भूल स्वीकार करें वो
gurudeenverma198
संभावना
संभावना
Ajay Mishra
कितने ही वादे करें,
कितने ही वादे करें,
sushil sarna
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
सत्य कुमार प्रेमी
भावनाओं की किसे पड़ी है
भावनाओं की किसे पड़ी है
Vaishaligoel
4754.*पूर्णिका*
4754.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
I've washed my hands of you
I've washed my hands of you
पूर्वार्थ
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कभी मायूस मत होना दोस्तों,
कभी मायूस मत होना दोस्तों,
Ranjeet kumar patre
🤣🤣😂😂😀😀
🤣🤣😂😂😀😀
Dr Archana Gupta
"वसन्त"
Dr. Kishan tandon kranti
बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया!
बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया!
शेखर सिंह
*नारी*
*नारी*
Dr. Priya Gupta
कुछ नमी अपने
कुछ नमी अपने
Dr fauzia Naseem shad
सत्यमेव जयते
सत्यमेव जयते
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
Kanchan Alok Malu
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...