Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2022 · 1 min read

✍️सूरज से रोशन है जहाँ

दिन की रोशनी में चाँद की हैसियत ही क्या ?
अँधेरे में तो सूरज के ही उजालो पे वो इतराता है

हम हर खूबसूरत मुखड़े को यूँही चाँद कहते है
एक आफ़ताब जलता है तब कही वो निखरता है
………………………………………………………………//
©✍️’अशांत’ शेखर
01/10/2022

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 88 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ लघु व्यंग्य-
■ लघु व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
रिश्ते
रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
तुम जीवो हजारों साल मेरी गुड़िया
तुम जीवो हजारों साल मेरी गुड़िया
gurudeenverma198
गीत
गीत
Kanchan Khanna
शिशिर ऋतु-१
शिशिर ऋतु-१
Vishnu Prasad 'panchotiya'
हल्ला बोल
हल्ला बोल
Shekhar Chandra Mitra
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
The waves are dying at the shore.
The waves are dying at the shore.
Manisha Manjari
कुडा/ करकट का संदेश
कुडा/ करकट का संदेश
Vijay kannauje
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
मित्र बनाने से पहले आप भली भाँति जाँच और परख लें ! आपके विचा
DrLakshman Jha Parimal
जीवन भी एक विदाई है,
जीवन भी एक विदाई है,
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
नेताजी सुभाष चंद्र बोस (कुंडलिया)*
नेताजी सुभाष चंद्र बोस (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रिश्ते
रिश्ते
Dr fauzia Naseem shad
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
कुछ ना करना , कुछ करने से बहुत महंगा हैं
J_Kay Chhonkar
💐प्रेम कौतुक-369💐
💐प्रेम कौतुक-369💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
एक अच्छाई उसी तरह बुराई को मिटा
shabina. Naaz
स्त्री रहने दो
स्त्री रहने दो
Arti Bhadauria
"काहे का स्नेह मिलन"
Dr Meenu Poonia
शिमला
शिमला
डॉ प्रवीण ठाकुर
लड़ते रहो
लड़ते रहो
Vivek Pandey
बाबा साहब एक महान पुरुष या भगवान
बाबा साहब एक महान पुरुष या भगवान
जय लगन कुमार हैप्पी
कविता का जन्म
कविता का जन्म
Dr. Rajiv
कठपुतली का खेल
कठपुतली का खेल
Satish Srijan
जो लिखा नहीं.....लिखने की कोशिश में हूँ...
जो लिखा नहीं.....लिखने की कोशिश में हूँ...
Vishal babu (vishu)
बचपन की अठखेलियाँ
बचपन की अठखेलियाँ
लक्ष्मी सिंह
एक मुक्तक....
एक मुक्तक....
डॉ.सीमा अग्रवाल
अब नये साल में
अब नये साल में
डॉ. शिव लहरी
गीत
गीत
Shiva Awasthi
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
खुदारा मुझे भी दुआ दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
Saso ke dayre khuch is kadar simat kr rah gye
Saso ke dayre khuch is kadar simat kr rah gye
Sakshi Tripathi
Loading...