फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
माँ बाप खजाना जीवन का
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
राख देख शमशान में, मनवा करे सवाल।
चाय की आदत
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की
नव प्रस्तारित सवैया : भनज सवैया
The enchanting whistle of the train.
I want to tell you something–
"हम मिले थे जब, वो एक हसीन शाम थी"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"