बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार ।
■ पहले आवेदन (याचना) करो। फिर जुगाड़ लगाओ और पाओ सम्मान छाप प
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
कभी कभी रास्ते भी उदास होते हैं ....बहुत उदास .....
NeelPadam
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है
संवादरहित मित्रों से जुड़ना मुझे भाता नहीं,
हमें प्यार और घृणा, दोनों ही असरदार तरीके से करना आना चाहिए!
23/203. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
*संगीत के क्षेत्र में रामपुर की भूमिका : नेमत खान सदारंग से
रक्षा है उस मूल्य की,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—2.
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो!
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार में,