Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2023 · 1 min read

■ देश मांगे जवाब

■ देश मांगे जवाब…
बताए सरकार, बताएं कर्णधार। बताएं ज़िम्मेदार और सारे ठेकेदार। जो परिवेश है, उसका उत्तरदायी कौन है…?
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 25 Views
You may also like:
कोशिश पर लिखे अशआर
कोशिश पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
पहले आप
पहले आप
Shivkumar Bilagrami
It is not necessary to be beautiful for beauty,
It is not necessary to be beautiful for beauty,
Sakshi Tripathi
फूल अब शबनम चाहते है।
फूल अब शबनम चाहते है।
Taj Mohammad
सुभाष चंद्र बोस जयंती
सुभाष चंद्र बोस जयंती
Ram Krishan Rastogi
नशा
नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गंगा
गंगा
डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
💐प्रेम कौतुक-407💐
💐प्रेम कौतुक-407💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
देवता कोई न था
देवता कोई न था
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
धन की देवी
धन की देवी
कुंदन सिंह बिहारी
दोहे तरुण के।
दोहे तरुण के।
Pankaj sharma Tarun
प्यारे गुलनार लाये है
प्यारे गुलनार लाये है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कोई ज्यादा पीड़ित है तो कोई थोड़ा
कोई ज्यादा पीड़ित है तो कोई थोड़ा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
तीर तुक्के
तीर तुक्के
सूर्यकांत द्विवेदी
ताजा समाचार है
ताजा समाचार है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*आदेशित पुरुषों से हो, घूँघट में रहना पड़ता है (हिंदी गजल/ग
*आदेशित पुरुषों से हो, घूँघट में रहना पड़ता है (हिंदी...
Ravi Prakash
आव्हान
आव्हान
Shyam Sundar Subramanian
ओ मेरी जान
ओ मेरी जान
gurudeenverma198
शुभोदर छंद(नवाक्षरवृति वार्णिक छंद)
शुभोदर छंद(नवाक्षरवृति वार्णिक छंद)
Neelam Sharma
हम बच्चों की आई होली
हम बच्चों की आई होली
लक्ष्मी सिंह
प्रणय 10
प्रणय 10
Ankita Patel
वही पर्याप्त है
वही पर्याप्त है
Satish Srijan
नफ़रत की सियासत
नफ़रत की सियासत
Shekhar Chandra Mitra
■ मुक्तक / दिल हार गया
■ मुक्तक / दिल हार गया
*Author प्रणय प्रभात*
गज़ल सुलेमानी
गज़ल सुलेमानी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निराशा एक आशा
निराशा एक आशा
डॉ. शिव लहरी
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो...
dks.lhp
हकीकत से रूबरू होता क्यों नहीं
हकीकत से रूबरू होता क्यों नहीं
कवि दीपक बवेजा
🌿⚘️ मेरी दिव्य प्रेम कविता ⚘️🌿
🌿⚘️ मेरी दिव्य प्रेम कविता ⚘️🌿
Ankit Halke jha
Loading...