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26 Jan 2017 · 1 min read

हरा केसरिया फिर मिलकर, तिरंगा संग लहरायें

गिरा दीवार नफरत की, चलो फिर एक हो जायें
हरा केसरिया फिर मिलकर, तिरंगा संग लहरायें
दिखा दे देश दुनिया को वतन की शान की खातिर
मिटा दें दहशतें सारी अमन औ शांति फैलाये

लोधी डॉ. आशा ‘अदिति’
भोपाल

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
1 Like · 1 Comment · 221 Views

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