हमारा संविधान
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/8e1a6d8fb1ec5603c7477f5437140623_f9a61b4b2d9c3e53d9c33b94a7ec81b7_600.jpg)
नियम और कानूनों का वह किताब
जिसमें जिंदगी जीने का लिखा खिताब
न ही लिंग,जात-पात का इनमें भेदभाव
न किसी प्रकार छुआ-छुट का भेदभाव
वही हमारा उल्लेखनीय है संविधान…
जिनमें जिंदगी जीने से लेकर के
न ही स्वयं प्राण त्यागने तक के
सभी अधिकार दिए गए है हमको
अन्नाय के उपरांत देते न्याय हमको
वही हमारा उल्लेखनीय है संविधान…
जिंदगी को जीने हेतु मिला है हमको
छ: तरह के मौलिक प्रभुत्व है सबको
कसूर हो तो कुछ प्रभुत्व लेती सरकार
वरना न छीन सकता गैर कोई अधिकार
वही हमारा उल्लेखनीय है संविधान…
नेता लीडर घोटाला तो सतत ही करते रहता
सोचये कितने महान थे हमारे संविधान निर्माता
जिन्होंने हमारे देश को इन नेताओं को न सौंपे
वरना ! आज हमारे संपूर्ण मुल्क को बेचे बैठते
उन्हीं बाबा साहब का उल्लेखनीय है संविधान…
लेखक:- अमरेश कुमार वर्मा