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21 Dec 2022 · 1 min read

*सौतेला हुआ व्यवहार है (हिंदी गजल/गीतिका)*

*सौतेला हुआ व्यवहार है (हिंदी गजल/गीतिका)*
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
हिंदुओं के साथ सौतेला हुआ व्यवहार है
यह अमर्यादित बहुत अनुदार एक विचार है
(2)
खोलने का कॉलेजों का अर्थ क्या स्वातंत्र्य का
यदि चलाने का न किंचित आपका अधिकार है
(3)
देश में अपने ही दर्जा दूसरा है मिल गया
हिंदू को विद्यालय चलाना हो गया दुश्वार है
(4)
एक जैसा हो विधान समस्त भारत देश में
हिंदू-अहिंदू में विभाजन का न कोई सार है
(5)
संशोधनों की जो जरूरत हो जहाँ कर लीजिए
अन्याय यह हिंदू के सँग में दिख रहा साकार है
—————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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