Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2017 · 1 min read

गुलाबी सर्दियों की दस्तक

????
सुबह की धूप
आज कल अच्छी लगने लगी है।
शाम की हवाएँ
फिर से तन को सिहराने लगी हैं।

गुलाबी सर्दियाँ
फिर से दस्तक देने लगी हैं।
हरी-हरी घास पर
ओस की शफ्फाक बूँदें दिखने लगी हैं।

गुलाबों की महक
फिजाओं में घुलने लगी हैं।
सफेद नारंगी हरसिंगार
हरी-हरी घास पर बिछने लगी हैं।

खेत मे सरसों की
पीले-पीले फूल इठलाने लगी है।
धुंध की चादर ओढ
धरती आकाश गले मिलने लगी है।

भवरों और तितलियाँ
बागों में फूलों पर इतराने लगी है।
पंक्षियों की कलरव
मधुर-मधुर लगने लगी है।

नवीन रूप धरा की
श्वेत सुगंधित लगने लगी है।
मौसम के साथ
उपवन भी नव रूप धरने लगी है।
????—लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
Tag: कविता
413 Views

Books from लक्ष्मी सिंह

You may also like:
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं
रंगों के पावन पर्व होली की हार्दिक बधाई व अनन्त...
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
गीत
गीत
Shiva Awasthi
■ बोलते सितारे....
■ बोलते सितारे....
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-221💐
💐प्रेम कौतुक-221💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़र्फ़ तेरा अगर
ज़र्फ़ तेरा अगर
Dr fauzia Naseem shad
यहाँ सब बहर में हैं
यहाँ सब बहर में हैं
सूर्यकांत द्विवेदी
अलविदा दिसम्बर
अलविदा दिसम्बर
Dr Archana Gupta
*पेड़  (हिंदी गजल/गीतिका)*
*पेड़ (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
जो उनसे पूछा कि हम पर यक़ीं नहीं रखते
जो उनसे पूछा कि हम पर यक़ीं नहीं रखते
Anis Shah
उसी ने हाल यह किया है
उसी ने हाल यह किया है
gurudeenverma198
जय माता की
जय माता की
Pooja Singh
ज़िन्दगी रोज़ मेरी ऐसे बदलती है यहाँ
ज़िन्दगी रोज़ मेरी ऐसे बदलती है यहाँ
Shivkumar Bilagrami
बगावत का बिगुल
बगावत का बिगुल
Shekhar Chandra Mitra
मेरा अन्तर्मन
मेरा अन्तर्मन
Saraswati Bajpai
भोजपुरी भाषा
भोजपुरी भाषा
Er.Navaneet R Shandily
कॉल
कॉल
Seema 'Tu hai na'
उनकी मुहब्बत खास है
उनकी मुहब्बत खास है
Dr. Sunita Singh
मुझे आज भी तुमसे प्यार है
मुझे आज भी तुमसे प्यार है
Ram Krishan Rastogi
रिश्ता
रिश्ता
Dr. Kishan tandon kranti
बिंदी
बिंदी
Satish Srijan
सुप्रभात
सुप्रभात
Seema Verma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बुद्धिमत्ता
बुद्धिमत्ता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
छठ महापर्व
छठ महापर्व
श्री रमण 'श्रीपद्'
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे दिवानों के का
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे...
Sonu sugandh
✍️कुछ बाते…
✍️कुछ बाते…
'अशांत' शेखर
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
काफिर कौन..?
काफिर कौन..?
मनोज कर्ण
आपकी कशिश
आपकी कशिश
Surya Barman
Loading...