सांसें थम सी गई है, जब से तु म हो ।
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वो पास है पर लकीरें ,
आधी आधी लगती है ।
स् रत सोई और सीरत ,
जोगी जागी लगती है ।
उसके चेहरे को देखूं ,
तो इं कार दिखता है ।
निगाहों में झाकू तो ,
राज़ी राज़ी लगती है ।
जो उसे देख लूं तो ,
सां से थम सी जाती है ।
छोरी झुमके पायल पहाड़ ,
नशीली लागे है ।
छोरा बिन पिए ,
मधोश लागे है !!!