*सर्दी में बारिश हुई, बचकर रहिए आप (दोहा-गीतिका)*

सर्दी में बारिश हुई, बचकर रहिए आप (दोहा-गीतिका)
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जाते – जाते कर गई , सर्दी की ऋतु जोर
बारिश की बूॅंदे गिरीं, टप-टप-टप-टप शोर(1)
सर्दी में बारिश हुई ,बचकर रहिए आप
कहीं न सेहत ले उड़ें, चुरा – चुरा दो चोर(2)
छाता जाने था कहाँ, रक्खा किसको याद
मुश्किल की है यह घड़ी, बारिश है घनघोर(3)
सर्दी कम मत आँकिए, सर्दी कब बलहीन
घर में सब दुबके दिखे , हुई देर से भोर (4)
साजिश को रचने लगींं, बारिश-सर्दी साथ
कौन भला कह पाएगा ,गठबंधन कमजोर(5)
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451