सद्विचार
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/556c0907fa96c1aa44b9a29cbc65a7fb_5f9457fece3967249293d54c61d44558_600.jpg)
किसी का अपनापन जिन्दगी में
खुशियों के रंग भर देता है
फूलों सी महक उठती है जिन्दगी
ग़मों से कोसों दूर कर देता है |
क्यूं कर किसी के गम में
शरीक न हों हम
गम किसी एक का नहीं
ग़मों से नाता , सभी का होता है ||
किसी का अपनापन जिन्दगी में
खुशियों के रंग भर देता है
फूलों सी महक उठती है जिन्दगी
ग़मों से कोसों दूर कर देता है |
क्यूं कर किसी के गम में
शरीक न हों हम
गम किसी एक का नहीं
ग़मों से नाता , सभी का होता है ||