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11 Nov 2022 · 1 min read

संघर्ष बिना कुछ नहीं मिलता

बिना संघर्ष व्यर्थ है जीवन तेरा
बिना संघर्ष व्यर्थ हे जीवन मेरा।
बिना संघर्ष इस दुनिया में
मिलता नहीं कुछ खास।
बिना संघर्ष हर का जीवन
है निराकार और बकवास।
बिना छेनी-हथौड़ी की चोट खाए
बनता नहीं पत्थर भी भगवान।
बिना संघर्ष के बनता नहीं
लकड़ी से सुंदर सामान।
बिना संघर्ष किए बनता नहीं
कोई भी व्यक्ति महान।
बिना समुद्र मंथन किए
अमर नहीं हुए थे भगवान।
इसीलिए
कहता आज यह श्रीयांश है
बिना संघर्ष हर का जीवन
निराकार और बकवास है।

– श्रीयांश गुप्ता

Language: Hindi
Tag: कविता
3 Likes · 86 Views
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