कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
वो अपने घाव दिखा रहा है मुझे
वतन की राह में, मिटने की हसरत पाले बैठा हूँ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
*रोटी उतनी लीजिए, थाली में श्रीमान (कुंडलिया)*
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कभी-कभी नींद बेवजह ही गायब होती है और हम वजह तलाश रहे होते ह
हां मैं इक तरफ खड़ा हूं, दिल में कोई कश्मकश नहीं है।
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
ज़िंदगी में हर मोड़ मुहब्बत ही मुहब्बत है,
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
I want my beauty to be my identity
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......