शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/c88df0f19dcb05ada0a9aee22cf3cf84_63e3d9b3f7a1018c3901d4b94058d1c3_600.jpg)
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
कृपा-मेघ बरसें सघन, भरे रिक्त मन-कोष।।
आदिगुरू शिव को कहें, उपजा शिव से ज्ञान।
शिव से जीवन-जोत है, शिव से ही कल्यान।।
© सीमा अग्रवाल
शिव बन शिव को पूजिए, रखिए मन-संतोष।
कृपा-मेघ बरसें सघन, भरे रिक्त मन-कोष।।
आदिगुरू शिव को कहें, उपजा शिव से ज्ञान।
शिव से जीवन-जोत है, शिव से ही कल्यान।।
© सीमा अग्रवाल