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22 Oct 2016 · 1 min read

शिखरिनी ( हाइकू):: जितेंद्रकमलआनंद: जग असार( पो ७७)

शिखरिनी छंद
——————
जग असार
किंतु परम ब्रह्म ।
हैं सारात्सार ।।४!!

सर्व विज्ञाता
परमब्रह्म ही हैं —
सर्वान्तरात्मा ।।५!!

मानव धर्म
नैतिकता पूर्ण है —
करना कर्म ।।६ ।।

——- जितेंद्र कमल आनंद

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 208 Views
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