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14 Feb 2017 · 1 min read

” वेलेंटाइन डे “

” वेलेनटाइन डे ”
——
प्रेम के
मायने जानता नहीं,
वैलेनटाइन डे में
डूब रहा शहर।
.
माँ की
ममता है प्रेम,
पिता की
फिक्र है प्रेम,
भाई का
साथ है प्रेम,
बहन का
स्नेह है प्रेम,
प्रेम के
मायने जानता नहीं,
वेलेनटाइन डे में
डूब रहा शहर।
.
पति की
वफादारी है प्रेम,
पत्नी का
समर्पण है प्रेम,
माता पिता की
जिम्मेदारी है प्रेम,
बच्चों का
कर्तव्य है प्रेम,
प्रेम के
मायने जानता नहीं,
वेलेनटाइन डे में
डूब रहा शहर।
.
दोस्ती की
नि:स्वार्थता है प्रेम,
दिल की
अच्छाई को
दिल से सराहना है प्रेम,
प्रेम के
मायने जानता नहीं
वेलेनटाइन डे में
डूब रहा शहर ।
@पूनम झा। कोटा,राजस्थान

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 1 Comment · 211 Views

Books from पूनम झा 'प्रथमा'

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