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5 Dec 2022 · 1 min read

लक्ष्मीबाई – सी बनो (कुंडलिया )

लक्ष्मीबाई – सी बनो (कुंडलिया )
————————————————-
लक्ष्मीबाई – सी बनो, ले कर में तलवार
नारी अब सहना नहीं, कोई अत्याचार
कोई अत्याचार , ईंट से ईंट बजाओ
कामुक जिसके भाव,क्रूर से जा टकराओ
कहते रवि कविराय , याद मर्दानी आई
दुर्गा जैसा रूप , वीर थी लक्ष्मीबाई
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा,
रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99 97 61 545 1

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