राणा प्रताप
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/58ed6440c8deb25eb8d724d777942b74_a399219e6dfb15739ae8971ec3858386_600.jpg)
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
एक हाथ भाला सजा , दूजे में शमशीर
दूजे में शमशीर ,देख दुश्मन भी डरता
चेतक उनका अश्व, हवा से बातें करता
कहे ‘अर्चना’ बात, न पड़ता था समझाना
चलता था उस ओर, जिधर को देखें राणा
26-05-2023
डॉअर्चना गुप्ता