*रहमत*
कदम तेरी चौखट पर जब सेरखा है
आसमां से भी ऊंचा मेरा सर
लगता है
तेज आँधियाँ है, फिर भी मैं रोशनहूँ
ये सिर्फ तेरी रहमतों का असर
लगता है
*धर्मेन्द्र अरोड़ा*
कदम तेरी चौखट पर जब सेरखा है
आसमां से भी ऊंचा मेरा सर
लगता है
तेज आँधियाँ है, फिर भी मैं रोशनहूँ
ये सिर्फ तेरी रहमतों का असर
लगता है
*धर्मेन्द्र अरोड़ा*