*युद्ध का आधार होता है 【मुक्तक】*
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युद्ध का आधार होता है 【मुक्तक】
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जहाँ संवाद सो जाते ,मुखर हथियार होता है
जहाँ बच्चे बिलखते हैं ,जहाँ संहार होता है
उजड़ जाती युगों से है ,बसाई सभ्यता पावन
अहंकारी कुटिल-मन ,युद्ध का आधार होता है
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451