यह तेरा चेहरा हसीन

यह तेरा चेहरा हसीन, बनेगा तुम्हारी मुसीबत।
बचा नहीं सकोगे तुम सच, यह अपनी इज्जत।।
यह तेरा चेहरा हसीन—————-।।
देखा है मैंने भी तुझमें, तुम्हारी चाहत क्या है।
कौन है साथी तुम्हारा, तुम्हारी मोहब्बत क्या है।।
यह तुम्हारी जुल्फें घनेरी, बनेगी तुम्हारी शामत।
यह तेरा चेहरा हसीन—————-।।
तुमको करेगा बदनाम एक दिन, यह शौक तुम्हारा।
तुमको करेगा बर्बाद एक दिन,लिबास यह तुम्हारा।।
बेपर्दा होकर रहना तुम्हारा, करेगा तुम्हारी फजीहत।
यह तेरा चेहरा हसीन—————-।।
बाजार दुनिया में लगता है, बताओ तुम्हें क्या चाहिए।
तुमको क्या मतलब इज्जत से, दौलत तुमको चाहिए।।
तुम्हारी यह बेफिक्री एक दिन, लायेगी सच में कयामत।
यह तेरा चेहरा हसीन——————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)