Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2022 · 1 min read

यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से

यशोधरा के नयनों को, क्या गौतम पढ़ पायेगें।
अश्रु पूरित व्यथा- कथा को,मौन कभी गढ़ पायेगें।

गौतम भामिनि होकर तुमने ,क्या पाया पति को खोकर।
हुये तथागत वो गौतम से,तुमने क्यों पायी ठोकर।

जनमों के इस बंधन को,अपमानित कर तोड़ दिया।
माँ की ममता ठुकरा कर,राहुल को क्यों छोड़ दिया।

हठयोगी बनकर स्वामी, योग कभी पढ़ पायेगें
अश्रुपूरित व्यथा -कथा को, मौन कभी गढ़ पायेगें।

क्षुधा समर्पित तन में इस ,योग तभी जग पायेगा।
ये तन अप्पो -दीपो भव , ज्ञान- योग जब पायेगा

अपना कर भोग खीर का, आत्म- ज्ञान जब पाया है।
क्यों जग को झुठला करके,जग को अब अपनाया है।

क्या जग को ठुकरा करके , गौतम अब बढ़ पायेगें।
अश्रुपूरित व्यथा- कथा को,मौन कभी गढ़ पायेगें।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 2 Comments · 192 Views

Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

You may also like:
कलम
कलम
Sushil chauhan
ऐ प्यारी हिन्दी......
ऐ प्यारी हिन्दी......
Aditya Prakash
मिट्टी को छोड़कर जाने लगा है
मिट्टी को छोड़कर जाने लगा है
कवि दीपक बवेजा
Birthday wish
Birthday wish
Ankita Patel
*इंद्र घबराने लगे (मुक्तक)*
*इंद्र घबराने लगे (मुक्तक)*
Ravi Prakash
शायरी
शायरी
Shyam Singh Lodhi (LR)
माँ अन्नपूर्णा
माँ अन्नपूर्णा
Shashi kala vyas
The Earth Moves
The Earth Moves
Buddha Prakash
मृगतृष्णा
मृगतृष्णा
मनोज कर्ण
बहुत उम्मीद रखना भी
बहुत उम्मीद रखना भी
Dr fauzia Naseem shad
श्रृंगारपरक दोहे
श्रृंगारपरक दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हँसी हम सजाएँ
हँसी हम सजाएँ
Dr. Sunita Singh
नया साल सबको मुबारक
नया साल सबको मुबारक
Akib Javed
पेड़ों से बतियाता हूँ
पेड़ों से बतियाता हूँ
Satish Srijan
बेवफा अपनों के लिए/Bewfa apno ke liye
बेवफा अपनों के लिए/Bewfa apno ke liye
Shivraj Anand
It's not about you have said anything wrong its about you ha
It's not about you have said anything wrong its about...
Nupur Pathak
दुःखडा है सबका अपना अपना
दुःखडा है सबका अपना अपना
gurudeenverma198
हरियाणी गाना(एक साखी दूसरी सखी को अपनी व्यथा सुनाती है।
हरियाणी गाना(एक साखी दूसरी सखी को अपनी व्यथा सुनाती है।
Surjeet Kumar
मैं और मेरा यार
मैं और मेरा यार
Radha jha
अधूरी रात
अधूरी रात
डी. के. निवातिया
ये गीत और ग़ज़ल ही मेरे बाद रहेंगे,
ये गीत और ग़ज़ल ही मेरे बाद रहेंगे,
सत्य कुमार प्रेमी
नैतिक मूल्य
नैतिक मूल्य
Saraswati Bajpai
💐अज्ञात के प्रति-93💐
💐अज्ञात के प्रति-93💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सच
सच
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कविता
कविता
Rambali Mishra
✍️यहाँ सब अदम है...
✍️यहाँ सब अदम है...
'अशांत' शेखर
गद्दार
गद्दार
Shekhar Chandra Mitra
■ कविता / कथित अमृतकल में...
■ कविता / कथित अमृतकल में...
*Author प्रणय प्रभात*
पहले प्यार का एहसास
पहले प्यार का एहसास
Surinder blackpen
In the end
In the end
Vandana maurya
Loading...