Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

मेरे प्रिय पवनपुत्र हनुमान

मेरे प्रिय पवनपुत्र हनुमान

हे मारूतिनंदन पवनपुत्र अंजनिलाला जय महावीर,

अर्चन , वंदन करूं अभिनंदन तेरा हाथ जोड़ मैं कोटि कोटि।

हे ज्ञान के सागर बजरंगी तेरी महिमा जग में निराली है,

रावण के गर्व को चूर किए तिहूं लोक में तू बलशाली है।

हे राम के प्यारे मात दुलारे अष्ट सिद्धि नव निधि दाता,

जो भक्त तुम्हे निज चित्त लाए, सारा जीवन वो सुख पाए।

हे लखन जियावन मंगलकर्ता विध्नविनाशक रुद्र रूप,

कलियुग में भी ले अवतार जग को करदे तू तार -तार।

सोने की लंका जलाया है कलियुग के पाप जला देना ,

महावीर दया इतना करना भवसागर पार करा देना।

अनामिका तिवारी’ अन्नपूर्णा ‘

Language: Hindi
184 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

एक मजदूर ने सिखाया
एक मजदूर ने सिखाया
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
काजल में उसकी काली रातें छुपी हैं,
काजल में उसकी काली रातें छुपी हैं,
Kanchan Alok Malu
सियासत का खेल
सियासत का खेल
Shekhar Chandra Mitra
उनकी उल्फत देख ली।
उनकी उल्फत देख ली।
सत्य कुमार प्रेमी
बड़ी लाचार करती है ये तन्हाई ,ये रुसबाई
बड़ी लाचार करती है ये तन्हाई ,ये रुसबाई
दीपक बवेजा सरल
जोड़ियाँ
जोड़ियाँ
SURYA PRAKASH SHARMA
The gushing in memories flash a movie in front of me,
The gushing in memories flash a movie in front of me,
Chaahat
हम सा भी कोई मिल जाए सरेराह चलते,
हम सा भी कोई मिल जाए सरेराह चलते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रास्ता दो तो हम भी चार कदम आगे बढ़ें...
रास्ता दो तो हम भी चार कदम आगे बढ़ें...
Shweta Soni
अब हर्ज़ क्या है पास आने में
अब हर्ज़ क्या है पास आने में
Ajay Mishra
आम नहीं, खास हूँ मैं- Dedicated to all women
आम नहीं, खास हूँ मैं- Dedicated to all women
Ami
चलो♥️
चलो♥️
Srishty Bansal
मूर्खों दुष्टों और दुश्मनों को तवज्जो देंगे तो अपना आत्मसम्म
मूर्खों दुष्टों और दुश्मनों को तवज्जो देंगे तो अपना आत्मसम्म
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
यह रास्ता वहां जा रहा हैं
यह रास्ता वहां जा रहा हैं
Ansh
"यादों की कैद से आज़ाद"
Lohit Tamta
गहराई.
गहराई.
Heera S
3154.*पूर्णिका*
3154.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" मायका "
Rati Raj
*।। गिरती मानवता ।।*
*।। गिरती मानवता ।।*
Priyank Upadhyay
दीवारें
दीवारें
Shashi Mahajan
जिन्हें
जिन्हें "हिंसा" बचपन से "घुट्टी" में मिला कर पिलाई जाएगी, वे
*प्रणय प्रभात*
तो कुछ और बात होती
तो कुछ और बात होती
Jyoti Roshni
दीवाली विशेष कविता
दीवाली विशेष कविता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कहांँ गए वो भाव अमर उद्घोषों की?
कहांँ गए वो भाव अमर उद्घोषों की?
दीपक झा रुद्रा
जिसमें इंसानियत, वो इंसान अच्छा,
जिसमें इंसानियत, वो इंसान अच्छा,
Dr fauzia Naseem shad
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
जिंदगी में पीछे देखोगे तो 'अनुभव' मिलेगा,
जिंदगी में पीछे देखोगे तो 'अनुभव' मिलेगा,
Shubham Pandey (S P)
गरिमामय है धरती अपनी
गरिमामय है धरती अपनी
Ghanshyam Poddar
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
*आओ तोड़ें बाग से, पीले-पीले आम (बाल कुंडलिया)*
*आओ तोड़ें बाग से, पीले-पीले आम (बाल कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...