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20 Dec 2022 · 1 min read

मेरे दिल के करीब आओगे कब तुम ?

मेरे दिल के करीब,आओगे कब तुम ?
आकर मुझे गले से लगाओ कब तुम ?

चूड़ियां लाई हूं मैं अभी मीना बाज़ार से।
आकर चूड़ियों को पहनाओगे कब तुम ?

सुहागन हूं मै,मेरी मांग सूनी पड़ी है।
आकर मेरी मांग को भरोगे कब तुम ?

मेरी बाहों में अब तुम जाओ सनम।
इश्क के इत्र से नहलाओगे कब तुम ?

लाजवंती हूं मै,लाल दुपट्टा लाई हूं मै।
आकर इस दुपट्टे को ओढ़ाओगे कब तुम ?

कर रही हूं इंतज़ार तुम्हारा बहुत देर से।
आकर अपनी सांसों से सताओगे कब तुम ?

मैफिल में बैठी हूं,अब तो आ जाओ सनम।
रस्तोगी की ये गज़ल सुनाओगे कब तुम ?

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 177 Views
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