Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2023 · 2 min read

मुझे कृष्ण बनना है मां

मुझे कृष्ण बनना है मां,
क्यों भला??
बस स्टेज पर चढ़ नाचना है मुझे।
ऐसे कैसे सीखें बिना?
सीख रही हैं न पूजा ,सुमन और पुष्पा,
मैं भी सीख लूंगी।
मां ने बचपन की ज़िद समझी और
बोली ,”ठीक है ,सीख लेना”।

अगले दिन से सीखने लगी मैं
स्कूल में भारतनाट्यम।
फिर मास्टर जी ने घुंघरू लाने को कहा।
फिर मां ने कहा ,मिल जायेगें।
मां,कब लाओगी तुम घुंघरू?
रोज़ डांटते हैं मास्टर जी।
दो हफ्ते बीत गये ज़िद करते
तो मैंने पूछना ही छोड़ दिया।
मां को उदासी समझ आती थी मेरी।
एक दिन स्कूल से लौटी तो
धीरे से मां ने हाथ में पकड़ाए थे घुंघरू।
लेकिन ये क्या मां?
ये कोई घूंघरू है?
बाजार से क्यों नहीं लाई?
पिता की सहमति नहीं थी मेरे डांस सीखने में
एक मां की विवशता अब समझ आई मुझे,
मां ने अपने पुराने कमीज के कफ उतार कर
उस पर हाथ से टांक दिये थे पांच पांच घुंघरू,
जो उसने हमारे कुत्ते के पुराने पटे से उतारे थे।
और लगा दिए थे पीछे हुक।
समझाया था मुझे, बिटिया वो बाज़ार वाले
घुंघरू तो बडे़ थे
सरक जाते नीचे तेरे पैर से।
भोला मन मान गया,और घुंघरू बांध आंगन में
नाचने लगा।

फिर स्टेज पर भी जाना हुआ।
पूरे चेहरे ,हाथ और पांव में
नील लगा दिया
श्याम रंग में रंग गयी थी मैं
पीली पोशाक में।
पूजा बनी थी मेरी राधा
गीत था,
वृंदावन का कृष्ण कन्हैया,सब की आंखों का तारा।
खूब तालियां बजीं थी

गीत के बाद मां के सीने से झट जा लगी थी
मैं
खुशी के मारे ,मां बेटी खूब रोते थे।
काश कोई मोबाइल होता तो वो तस्वीर भी मैं दिखाती ,
जो मेरे दिल के आईने में आज मुझे बाबू नजर आ रही है।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
Tag: कविता
24 Views
You may also like:
Mukar jate ho , apne wade se
Mukar jate ho , apne wade se
Sakshi Tripathi
Rainbow (indradhanush)
Rainbow (indradhanush)
Nupur Pathak
Feel of love
Feel of love
Shutisha Rajput
सब स्वीकार है
सब स्वीकार है
Saraswati Bajpai
आज कोई नही अनजान,
आज कोई नही अनजान,
pravin sharma
#शुभरात्रि
#शुभरात्रि
आर.एस. 'प्रीतम'
"रफ-कॉपी"
Dr. Kishan tandon kranti
उज्जयिनी (उज्जैन) नरेश चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य
उज्जयिनी (उज्जैन) नरेश चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य
Pravesh Shinde
होली औऱ ससुराल
होली औऱ ससुराल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
✍️लबो ने मुस्कुराना सिख लिया
✍️लबो ने मुस्कुराना सिख लिया
'अशांत' शेखर
गज़ल
गज़ल
Krishna Tripathi
तेरी ज़रूरत बन जाऊं मैं
तेरी ज़रूरत बन जाऊं मैं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
***
*** " बिंदु और परिधि....!!! " ***
VEDANTA PATEL
शांत मन भाव से बैठा हुआ है बावरिया
शांत मन भाव से बैठा हुआ है बावरिया
Buddha Prakash
■ तेवरी / देसी ग़ज़ल
■ तेवरी / देसी ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
💐Prodigy Love-7💐
💐Prodigy Love-7💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं जिंदगी हूं।
मैं जिंदगी हूं।
Taj Mohammad
प्यार का मंज़र .........
प्यार का मंज़र .........
J_Kay Chhonkar
मंजिल के राही
मंजिल के राही
Rahul yadav
औरत एक अहिल्या
औरत एक अहिल्या
Surinder blackpen
हम नये वर्ष में यह प्रण करें
हम नये वर्ष में यह प्रण करें
gurudeenverma198
*कभी हो जीत जाती है,कभी हो हार जाती है (मुक्तक)*
*कभी हो जीत जाती है,कभी हो हार जाती है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*परम चैतन्य*
*परम चैतन्य*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर जगह तुझको मैंने पाया है
हर जगह तुझको मैंने पाया है
Dr fauzia Naseem shad
नशा
नशा
shabina. Naaz
रामचरित पे संशय (मुक्तक)
रामचरित पे संशय (मुक्तक)
पंकज कुमार कर्ण
आओ हम मुहब्बत कर लें
आओ हम मुहब्बत कर लें
Shekhar Chandra Mitra
कारण मेरा भोलापन
कारण मेरा भोलापन
Satish Srijan
✍️गलत बात है ✍️
✍️गलत बात है ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
साजिशों की छाँव में...
साजिशों की छाँव में...
मनोज कर्ण
Loading...