मुक्तक
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किसी का अपनापन जिदगी में
खुशियों के रंग भर देता है
फूलों सी महक उठती है जिन्दगी
ग़मों से दूर कर देता है
क्यूं कर किसी के गम में
शरीक न हों हम
गम किसी एक का नहीं
ग़मों से नाता , सभी का होता है
किसी का अपनापन जिदगी में
खुशियों के रंग भर देता है
फूलों सी महक उठती है जिन्दगी
ग़मों से दूर कर देता है
क्यूं कर किसी के गम में
शरीक न हों हम
गम किसी एक का नहीं
ग़मों से नाता , सभी का होता है