Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2023 · 1 min read

माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत है।

माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत है।
तो क्या हमें भी ख़ुद पर यकीन बहुत है।
कोशिशें बदस्तूर जारी हैं चलने की प्रखर ।
हमारे कदमों तले अभी ज़मीन बहुत है।।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘

46 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’

You may also like:
अब इस मुकाम पर आकर
अब इस मुकाम पर आकर
shabina. Naaz
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
विमला महरिया मौज
तेरी यादों में लिखी कविताएं, सायरियां कितनी
तेरी यादों में लिखी कविताएं, सायरियां कितनी
Amit Pandey
सिर्फ तुम्हारे खातिर
सिर्फ तुम्हारे खातिर
gurudeenverma198
परछाइयों के शहर में
परछाइयों के शहर में
Surinder blackpen
जिसप्रकार
जिसप्रकार
Rashmi Mishra
"यादों के बस्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी की बिदाई
बेटी की बिदाई
Naresh Sagar
केहरि बनकर दहाड़ें
केहरि बनकर दहाड़ें
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
नारदीं भी हैं
नारदीं भी हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
7…अमृत ध्वनि छन्द
7…अमृत ध्वनि छन्द
Rambali Mishra
जब भी मनचाहे राहों ने रुख मोड़ लिया
जब भी मनचाहे राहों ने रुख मोड़ लिया
'अशांत' शेखर
आसमान में छाए बादल, हुई दिवस में रात।
आसमान में छाए बादल, हुई दिवस में रात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
“STORY MIRROR AUTHOR OF THE YEAR 2022”
“STORY MIRROR AUTHOR OF THE YEAR 2022”
DrLakshman Jha Parimal
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
Tarun Prasad
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
Rj Anand Prajapati
उसकी गली तक
उसकी गली तक
Vishal babu (vishu)
ज़िंदगी तज्रुबा वो देती है
ज़िंदगी तज्रुबा वो देती है
Dr fauzia Naseem shad
ख़िराज-ए-अक़ीदत
ख़िराज-ए-अक़ीदत
Shekhar Chandra Mitra
2280.पूर्णिका
2280.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दोहे... चापलूस
दोहे... चापलूस
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
वह सिर्फ पिता होता है
वह सिर्फ पिता होता है
Dinesh Gupta
हिंदी
हिंदी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*कार्यक्रमों में श्रोता का महत्व【हास्य व्यंग्य】*
*कार्यक्रमों में श्रोता का महत्व【हास्य व्यंग्य】*
Ravi Prakash
जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा ।
जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा ।
Arvind trivedi
।#कविता
।#कविता
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-461💐
💐प्रेम कौतुक-461💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नींव में इस अस्तित्व के, सैकड़ों घावों के दर्द समाये हैं, आँखों में चमक भी आयी, जब जी भर कर अश्रु बहाये हैं।
नींव में इस अस्तित्व के, सैकड़ों घावों के दर्द समाये हैं, आँखों में चमक भी आयी, जब जी भर कर अश्रु बहाये हैं।
Manisha Manjari
मेरा चुप रहना मेरे जेहन मै क्या बैठ गया
मेरा चुप रहना मेरे जेहन मै क्या बैठ गया
पूर्वार्थ
हँसाती, रुलाती, आजमाती है जिन्दगी
हँसाती, रुलाती, आजमाती है जिन्दगी
Anil Mishra Prahari
Loading...